इंसानियत के खिलाफ इंसान की लड़ाई है अवतार-2
“भरत कीन्ह यह उचित उपाऊ। रिपु रिन रंच न राखब काउ।।” अर्थात ‘भरत ने यह उचित ही उपाय किया। शत्रु और ऋण को जरा भी शेष नहीं रखना चाहिए। नहीं तो वह बढ़ता ही जाता है।’ लक्ष्मण को यह संदेह तब हुआ था जब भरत अपनी चतुरंगिणी सेना को लेकर राम से मिलने, उन्हें वापस …